फिट रहने के लिए रोजाना कुछ देर एक्‍सरसाइज करना बेहद जरूरी होता है। इसलिए, अपनी मंडे मोटिवेशन सीरिज में हर सोमवार को हम आपको फिट रखने वाली एक्‍सरसाइज के बारे में बताते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बता रहे हैं, जो पीसीओएस के कारण बढ़ने वाली पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। इन योगासनों के बारे में हमें योग एक्‍सपर्ट मुस्कान मित्तल बता रही हैं।

एक्‍सपर्ट का कहना है, ''पीसीओएस की समस्‍या में शरीर में चर्बी जमा हो जाती है, लेकिन सबसे ज्‍यादा पेट के निचले हिस्‍से में दिखाई देती है। हार्मोन में उतार-चढ़ाव और इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण इस हिस्‍से की जिद्दी चर्बी को कम करना मुश्किल होता है। लेकिन, हार्मोनल असंतुलन को मैनेज करके पीसीओएस के कारण बढ़े हुए वजन और पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है।''

आगे उन्‍होंने बताया, ''पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम होने पर महिलाओं के शरीर में एस्‍ट्रोजन फीमेल हार्मोन से ज्‍यादा एंड्रोजन मेल हार्मोन बनने लगता है, जिससे शरीर में एक्‍स्‍ट्रा चर्बी जमा होने लगती है। हालांकि, स्पॉट रिडक्शन (यह एक प्रकार की टाइगेटेड एक्सरसाइज हैं, जिसका काम किसी हिस्‍से से फैट बर्न करना है) के अलावा, हेल्‍दी डाइट और वर्कआउट से आप फैट को जलाकर और मसल्‍स को बढ़ाकर पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। इसके लिए, इन 3 आसनों को वर्कआउट रूटीन में शामिल करने से आपको वेट लॉस में मदद मिलती है। ये आपके कोर को मजबूत करते हैं, मेटाबॉलिज्‍म में सुधार करते हैं और हार्मोन को रेगुलेट करते हैं।''

गत्यात्मक मेरु वक्रासन (Gatyatmak Meru Vakrasana for Belly Fat)

इस योगासन को रोजाना करने से पेट की मसल्‍स में स्‍ट्रेच आता है और पेट की चर्बी कम होती है। इससे रीढ़ की हड्डी फ्लेक्सिबल होती है और पेट से जुड़ी समस्‍याएं दूर होती है। इसके अलावा, कंधों का दर्द और थकान दूर होती है।

गत्यात्मक मेरु वक्रासन की विधि

  • इसे करने के लिए दंडासन में बैठ जाएं।
  • दोनों पैरों को बाहर की ओर फैलाएं।
  • अब सांसों को अंदर की ओर लें।
  • फिर सांसों को बाहर छोड़ते हुए दाएं हाथ से बाएं पैर के अंगूठे को पकड़ें।
  • अब दाएं हाथ को पीछे की ओर लेकर जाएं और पीछे की तरफ देखते हुए स्ट्रेच करें।
  • थोड़ी देर इस पोजिशन में रहें और सांस छोड़ते हुए पहली मुद्रा में वापस आ जाएं।
  • इस योगासन को दूसरे हाथ से दोहराएं।
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चक्की चालनासन (Chakki Chalan Asana for Belly Fat)

इस योगासन को रोजाना करने से प्रजनन अंगों और डाइजेस्टिव सिस्‍टम के सभी काम अच्‍छी तरह से होते हैं। साथ ही, यहपेट की चर्बी कमकरता है और पीरियड्स से जुड़ी समस्‍याओं को दूर करता है।

चक्की चालनासन की विधि

  • इसे करने के लिए पीठ के बल सीधे बैठ जाएं।
  • पैरों को सामने की ओर फैलाएं और पैरों के बीच दूरी बनाएं।
  • हाथों को हिप्स के पास रखें।
  • फिर गहरी-लंबी सांस भरें और हाथों को सीधा रखते हुए चक्की चलाने जैसे गोल घुमाएं।
  • कोशिश करें कि हाथ हर बार पैरों को छूएं।
  • ऐसा करते हुए हाथों के साथ-साथ शरीर का ऊपरी भी घूमने लगता है।
  • इस योगासन को क्लॉक वाइज और एंटी-क्लॉक वाइज दोहराएं।

नौका संचालनासन (Nauka Sanchalanasan for Belly Fat)

यह पेट को टोन करने वाला सबसे अच्‍छा योगासन है। इसे रोजाना करने से गायनेकोलॉजिकल डिसऑर्डर को ठीक किया जा सकता है और डिलीवरी के बाद रिकवरी तेजी से होती है। इसके अलावा, यह पीरियड्स को रेगुलेट करता है और कब्‍ज को दूर भागता है।

नौका संचालनासन की विधि

  • दंडासन में बैठ जाएं।
  • सांस अंदर लेते हुए दोनों हाथों को इस तरह सामने की ओर करें, जैसे कि आपने नाव की पतवार पकड़ी है।
  • अब नाव चलाने के लिए, सांस बाहर छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें।
  • फिर सांस अंदर लेते हुए वापस पुरानी पोजिशन में आ जाएं।
  • कमर दर्द की परेशानी में आगे की तरफ ज्‍यादा झुकने से बचें।
  • इस योगासन को कई बार दोहराएं।
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