क्या है रेस्टलेस लेग सिंड्रोम? जानें कारण और बचाव के उपाय

क्या आपको भी बैठे-बैठे पैर तेज-तेज हिलाने की आदत है? अगर हां तो यह एक मेडिकल कंडिशन है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से

Aiman Khan
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2024-02-16, 17:15 IST
restless legs syndrome

अक्सर आपने गौर किया होगा कि लोग बैठे बैठे पांव को लगातार हिलाते रहते हैं। कुछ लोग लेटते वक्त भी पांव को हिलाते रहते हैं। आपके साथ भी ऐसा कभी ना कभी जरूर हुआ होगा। इसे एक आदत समझ कर अक्सर हम इग्नोर कर देते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि लगातार इस तरह से पैरों को हिलाना कोई आदत नहीं बल्कि एक मेडिकल कंडीशन है। आइए इस बारे में जानते हैं हेल्थ एक्सपर्ट,जनरल फिजिशियन,डाक्टर पंकज कुमार गुप्ता जी से।

क्या है रेस्टलेस लेग सिंड्रोम?(How should you sleep with restless legs )

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एक्सपर्ट के मुताबिक इसे रेस्टलेस लेग सिंड्रोम के नाम से जाना जाता है।यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें पैरों को हिलाने की बहुत ही तेज इच्छा होती है। दरअसल इस सिंड्रोम के चलते पिंडली, पांव या तलवे में खिंचाव,बेचैनी, ऐंठन महसूस होता है। इस असहजता से निपटने के लिए हम पैरों को तेजी से हिलाने लगते हैं। ज्यादातर पैरों को हिलाने डुलाने की इच्छा शाम या रात में बैठने या लेटने पर होती है।रिस्टलेस लेग सिंड्रोम किसी भी उम्र में आपको हो सकता है और जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे यह स्थिति और भी बदल हो जाती है इसके कारण कई बार नींद में भी खलल हो जाता है। इस बीमारी को विलिस एक बॉम रोग के नाम से भी जाना जाता है।

रेस्टलेस लेग सिंड्रोम का कारण क्या है?

  • आयरन की कमी
  • तांत्रिक में क्षति
  • बहुत अधिक कैफीन का सेवन करना
  • शराब और धूम्रपान
  • शरीर में विटामिन बी12, विटामिन डी और कैल्शियम की कमी 
  • डोपामाइन हार्मोन के स्तर में कमी
  • अनुवांशिक कारण

रेस्टलेस लेग सिंड्रोम में इन न्यूट्रिएंट्स से मिलता है आराम

legs syndromes treatment

  • विटामिन डी की कमी के कारण डोपामिन डिस्फंक्शन हो सकता है जो रेस्टलेस लेग सिंड्रोम की शुरुआत से जुड़ा होता है। ऐसे में आप विटामिन डी का सेवन जरूर करें। इससे लक्षणों की गंभीरता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
  • विटामिन सी और ई का सेवन करें। इससे शरीर को कोशिका क्षति से बचाने में मदद मिलती है।
  • मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इसमें नर्वस सिस्टम को शांत करने की क्षमता होती है जो रेस्टलेस लेग सिंड्रोम में सुधार कर सकता है।
  • विटामिन बी 6 मेलाटोनिन के प्रोडक्शन में बढ़ावा दे सकता है।
  • वहीं आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी आपको इस समस्या में आराम मिल सकता है।

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Image Credit- Freepik

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