Shruti Dixit
Chief Sub Editor & Managerनमस्कार, मैं श्रुति दीक्षित एक लंबा अर्सा डिजिटल मीडिया में गुजार चुकी हूं। 2013 में शुरुआत करने के साथ ही मैंने सबसे पहले भास्कर डिजिटल में काम सीखा और वहां अलग-अलग फील्ड्स में ट्रेनिंग ली। गैजेट्स, बिजनेस से लेकर कश्मीर लोकल न्यूज तक बहुत सी चीजों के बारे में मुझे पता चला। मेरे ज्वाइन करने के कुछ दिनों बाद ही केदारनाथ त्रासदी ने पूरे हिंदुस्तान को चौंका दिया था और बतौर ट्रेनी मुझे उसकी कवरेज पर भी लगाया गया। धीरे-धीरे अपने करियर में आगे बढ़ते हुए मैंने एक से बढ़कर एक इवेंट्स कवर किए। 2014 और 2019 का चुनाव और नोटबंदी जैसे बहुत से राष्ट्रीय इवेंट्स कवर किए। इस बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका के दो राष्ट्रपति बदलने से लेकर ब्रिटेन की राजशाही खत्म होने तक बहुत कुछ मेरे काम करने के दौरान ही हुआ। बतौर जर्नलिस्ट मैं कोशिश करती रहती हूं कि मैं अपने काम और राइटिंग को किसी ना किसी तरह से निखारती रहूं। मैंने इस चीज के लिए कई सर्टिफिकेशन और राइटिंग कॉम्पटीशन में हिस्सा भी लिया है। भास्कर को छोड़ने के बाद मैंने कुछ समय सीएनबीसी आवाज में काम किया। इसके बाद मुझे इंडिया टुडे ग्रुप में काम करने का मौका मिला जहां मैं उनके ओपीनियम प्लेटफॉर्म - आईचौक में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही थी। इस जगह मैंने अपनी लेखनी को बहुत सुधारा और यह महसूस किया कि मेरी एक्सपर्टीज महिलाओं के लिए लिखने और उनकी समस्याओं के बारे में बात करने में ही है। मुझे पता था कि ऐसे बहुत से मुद्दे हैं जिनको लेकर बातें होती नहीं है, लेकिन करनी जरूरी है। धीरे-धीरे मैंने खुद को उसी तरह से आगे बढ़ाया और जागरण न्यू मीडिया ज्वाइन करने के साथ ही मैंने इस फील्ड में और काम शुरू कर दिया। कई एनजीओ, फील्ड एक्सपर्ट्स, सोशल वर्कर्स से जुड़ने के बाद आखिरकार मैं अब यह कह सकती हूं कि मैं वुमन इशूज के बारे में लिखती हूं। महिलाओं के मुद्दों को लेकर मैंने पॉलिटिकल, सोशल, सोशियोइकोनॉमिकल, लाइफस्टाइल, फैशन, ब्यूटी और हेल्थ से जुड़े कई आर्टिकल्स लिखे हैं। धीरे-धीरे अब मैं ग्राउंड रिपोर्टिंग की तरफ भी जा रही हूं। हरजिंदगी के प्रोजेक्ट- 'लिविंग विद प्राइड', के लिए मैंने LGBTQ+ कम्युनिटी से जुड़े कई लोगों के साथ इंटरव्यू करे। उनकी समस्याओं के बारे में जानने की कोशिश की। इस बीच ट्रांसजेंडर सोशल वर्कर्स, ड्रैग क्वीन, क्वीर कम्युनिटी के लोगों की जिंदगी को करीब से जानने का मौका मिला। मुझे 2022 में 'लाडली मीडिया अवॉर्ड' से भी सम्मानित किया गया और ये मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी। मेरे एक सोशियो-पॉलिटिकल ओपीनियन पीस को बहुत सराहा गया। इसके बाद 2023 में मुझे बेस्ट फीचर आर्टिकल कैटेगरी में डिजीपब अवॉर्ड मिला। अब मैं उन फील्ड्स के बारे में लिखना शुरू कर रही हूं जो महिलाओं की असल समस्याओं और उनके बराबरी के हक के लिए बहुत जरूरी हैं।
Language
English, HindiExpertise
Women Issues, Opinion Pieces, Research StoriesLocation
NoidaAwards & Certification
Laadli Media And Advertising Award for Gender Sensitivity-2022, Didipub Award For Best Feature Article - 2023, Reuters Digital Journalism, British Council English Certification, Search Engine Optimization-Beginners level