लिवर, हमारे शरीर के महत्वपूर्ण आंतरिक अंगों में से एक है जो बॉडी मेटाबॉलिज्म में अहम भूमिका निभाता है। यह भोजन के पाचन से लेकर शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में इसमें किसी तरह की गड़बड़ी या खराबी, शरीर में कई तरह की समस्याओं की वजह बन सकती है। वहीं जानकारी के अभाव में लोग अक्सर लिवर सबंधी समस्याओं के शिकार हो जाते हैं।
खासतौर आजकल सोशल मीडिया पर सेहत संबंधी जिस तरह की भ्रामक खबरें और जानकारियां मौजूद रहती हैं, उनके प्रभाव में आकर लोग अक्सर सेहत और शरीर के अंगों के बारे में गलत धारणा बना लेते हैं। जैसे कि लिवर को लेकर कई सारे मिथ काफी प्रचलित हैं, जैसे कि सिर्फ शराब पीने से ही लिवर खराब होता है या फिर मोटे लोगों को ही लिवर की समस्या होती है। ऐसे कई सारे मिथक लिवर के बारे में खूब प्रचलित हैं और इस आर्टिकल में हम आपको इन्ही मिथकों की असल सच्चाई के बारे में बता रहे हैं।
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हमने इस बारे में नोएडा के राज हास्पिटल के सीनियड डॉक्टर वी. पी. सिंह से बात की और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि आजकल गलत खान-पान और असंतुलित जीवनशैली के कारण लिवर की समस्याएं तेजी से लोगों में बढ़ रही है। ऐसे में सही जानकारी का अभाव लिवर की इन समस्या को और बढ़ाने का काम करता है। इसलिए जरूरी है कि लिवर और उससे जुड़ी समस्याओं के बार में लोगों के पास सही जानकारी हो। चलिए लिवर को लेकर कुछ प्रचलित मिथ और उनकी असल सच्चाई के बारे में बात कर लेते हैं।
बढ़ती उम्र में ही होती है लिवर की समस्या?
ज्यादातर लोग लिवर की दिक्कत को बढ़ती उम्र की समस्या मान लेते हैं, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। आजकल कम उम्र के लोग भी लिवर की समस्याओं के शिकार हो रहे हैं। इस बारे में वी. पी. सिंह बताते हैं कि आजकल युवा भी लिवर फेलियर के कारण हॉस्पिटल में भर्ती हो रहे हैं। दरअसल, उम्र सिर्फ एक फैक्टर है जिसका प्रभाव लिवर पर देखा जा सकता है, पर अगर सही खान-पान रखा जाए तो अधिक उम्र में भी लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता है। वहीं गलत खान-पान के कारण कम उम्र में भी लिवर की गंभीर समस्या पेश आ सकती है। इसलिए इस भ्रम में न रहे कि आपकी उम्र कम है, इसलिए आपको लिवर संबंधी कोई समस्या नहीं हो सकती है।
सिर्फ शराब पीने से ही खराब होता है लिवर?
एल्कोहल के सेवन से लिवर पर असर पड़ता है और यह काफी हद तक लिवर को खराब करता है... यह तथ्य सही है। पर यह कहना कि सिर्फ शराब पीने से ही लिवर खराब होता है यह अपने आप में बड़ा मिथ है। दरअसल, लिवर आपके पाचन में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में जिन खाद्य और पेय पदार्थों को पचाने में लिवर को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है, उन सभी के सेवन से लिवर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इनमें अधिक तैलीय, अधिक नमक और चीनी वाले खाद्य पदार्थ शामिल हैं। खासतौर पर घर के बाहर, रेस्तरां और होटल का खाने में स्वाद के लिए जिस तरह से अतिरिक्त तेल-मसाले और नमक-चीनी का प्रयोग किया जाता है, उनका सेवन लिवर की सेहत पर बुरा असर डालता है। इसके अलावा सी फूड और अधपकी शेलफिश के सेवन से भी लिवर की समस्या का खतरा बढ़ सकता है।
मोटे लोगों को ही होती हैं ये समस्याएं?
मोटापा और शरीर में मौजूद फैट, लिवर समस्या की बड़ी बनती हैं। पर यह कहना कि सिर्फ मोटे लोगों को ही लिवर की समस्याएं होती हैं, गलत होगा। इसके अलावा कई सारे फैक्टर्स होते हैं लिवर की खराबी के लिए जिम्मेदार होते हैं। जैसे कुछ लोग आनुवंशिक रूप से भी लिवर संबंधी बीमारियों का शिकार हो जाते है। इसके अलावा लिवर ट्रांसप्लांट और असंतुलित जीवनशैली तो इसके लिए जिम्मेदार है ही।
ब्लड टेस्ट से लिवर समस्या का पता चल जाएगा?
अगर आप सोच रहे हैं कि ब्लड टेस्ट से लिवर की समस्या का पता लगा सकते हैं तो आप भ्रम में हैं। असल में लिवर की सही स्थिति का पता लगाने के लिए एएसटी (एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज) और एएलटी (एलेनिन ट्रांसएमिनेस) जैसी जांच जरूरी होती हैं। इनके जरिए लिवर की टिश्यू के डैमेज होने का पता चलता है। दरअसल, एएसटी एक एंजाइम है जो लिवर में अधिकता में पाया जाता है और जब एएसटी युक्त लिवर के सेल्स डैमेज होती हैं तो एएसटी उसमें से निकलर रक्त में आ जाता है। ऐसे में एएसटी की बढ़ती मात्रा लिवर समस्या का संकेत देती है।
लिवर की समस्या का इलाज संभव नहीं है?
लोगों को अक्सर यह भी भ्रम रहता है कि लिवर की समस्याओं का इलाज संभव नहीं है। बल्कि सच्चाई यह है कि लिवर की कुछ समस्याओं को पूरी तरह से सही नहीं किया जा सकता है और उनका अंतिम विकल्प लिवर ट्रांसप्लांट ही है। लेकिन वहीं फैटी लिवर या लिवर सिरोसिस जैसी बीमारियों का समय रहते अलग पहचान हो जाए तो उचित उपचार के जरिए इन पर काफी हद तक नियंत्रिण किया जा सकता है।
आंखों और त्वचा का पीलापन है लिवर समस्या की पहचान?
लिवर की खराबी की पहचान आमतौर पर आंखों और त्वचा के पीलापन से की जाती है, लेकिन आपको बता दें कि लिवर संबंधी सभी समस्याओं का यह एक मात्र लक्षण नहीं है। इनके अलावा शरीर में थकान, सूजन, कमजोरी और वजन का लगातार कम होना भी लिवर में गड़बड़ी का संकेत देते हैं। ऐसे में अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा है तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करें। इसके लिए बेहतर होगा कि आप किसी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से संपर्क करें, वो आपको इस बारे में उचित सलाह देंगे।
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