सदियों पहले हमारे घरों में चूल्हे का उपयोग होता था। इसके बाद, घरों में गैस आ गई और अब तो इंडक्शन का जमाना है। इसी तरह से हमारी रसोई में बर्तनों का आकार और मटेरियल भी काफी अलग और फैंसी हो चुका है। जैसे-जैसे घरों में इंडक्शन कुकटॉप्स ने जगह ले ली है, तो लोग विचार में डूबे हैं कि उन्हें किस तरह के बर्तन उन्हें रखने चाहिए।
क्या उन्हें इंडक्शन-कंपेटिबल कुकवेयर को किटन में जगह देनी चाहिए या फिर ट्रेडिशनल ऑप्शन को ही अपनाना चाहिए। हालांकि, यह हमें तभी समझ आएगा जब हम दोनों की विशेषताओं के बारे में समझ सकेंगे। आइए इस आर्टिकल में दोनों तरह के बर्तनों के बारे में विस्तार से जानें।
इंडक्शन कुकिंग क्या है?
इंडक्शन कुकिंग इलेक्ट्रिक कॉइल पर निर्भर होने के बजाय, खाना पकाने के बर्तन को सीधे गर्म करने के लिए इल्केट्रोमैग्नेटिक एनर्जी का उपयोग करती है। इंडक्शन कुकटॉप्स एक मैग्नेटिक फील्डर उत्पन्न करते हैं जो कम्पेटिबल कुकवेयर के भीतर इलेक्ट्रिक करंट को प्रेरित करता है, इसके कारण तेजी से और सही तरह की हीटिंग होती है। यह तकनीक कई लाभ प्रदान करती है, जिसमें तेज हीटिंग समय, एनर्जी एफिशियंसी और सही टेंपरेचर को कंट्रोल किया जा सकता है।
इंडक्शव-कम्पेटिबल यूटेंसिल्स
अब बात करते हैं ऐसे बर्तनों की जो इंडक्शन कम्पेटिबल होते हैं। यह फेरोमैग्नेटिक मटेरियल्स से बनाए जाते हैं, जिन्हें मैग्नेटाइज किया जाता है। ये स्टेनलेस स्टील, कास्ट आयरन, और अन्य तरह के मैग्नेटिक स्टेनलेस स्टील के बर्तन हो सकते हैं। ये सामग्रियां कुकवेयर को इंडक्शन कुकटॉप से भोजन तक हीट को कुशलतापूर्वक स्थानांतरित करने में मदद करती है। इससे समान रूप से खाना पकता है। इंडक्शन-कम्पेटिबल बर्तनों में अक्सर एक मैग्नेटिक बॉटम या बेस होता है जो कुकटॉप की सतह से चिपक जाता है, जिससे हीट ट्रांसफर होने की प्रक्रिया एफिशियंस और अधिक हो जाती है।
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इंडक्शन यूटेंसिल्स के फायदे
एफिशियंट हीटिंग- ऐसे बर्तन जल्दी और समान रूप से गर्म हो जाते हैं, जिससे खाना पकाने का समय और ऊर्जा की खपत कम हो जाती है।
टेंपरेचर कंट्रोल- इंडक्शन कुकटॉप्स सटीक तापमान नियंत्रण प्रदान करते हैं, जिससे खाना भी सही तरह से बनाया जा सकता है।
सेफ्टी कंट्रोल- चूंकि इंडक्शन कुकटॉप केवल कुकवेयर को गर्म करते हैं, आसपास की सतह को नहीं, इसलिए उनका उपयोग करना अधिक सुरक्षित होता है। इससे दुर्घटनाओं का खतरा कम होता है।
नॉन-इंडक्शन यूटेंसिल्स
अब ऐसे बर्तन अमूमन सभी के घरों में होंगे। इसमें एल्युमीनियम, कॉपर, ग्लास, सेरेमिक और नॉन-मैग्नेटिक स्टेनलेस स्टील के बर्तन शामिल हैं। ये मटेरियल्स इंडक्शन कुकटॉप्स के लिए सही नहीं हो सकते हैं, लेकिन ट्रेडिशनल कुकिंग मेथड में इनका ज्यादा इस्तेमाल होता है। इनके अपने उपयोग और फायदे होते हैं।
नॉन-इंडक्शन यूटेंसिल्स के फायदे
वर्सेटिलिटी- ऐसे बर्तनों का उपयोग गैस, बिजली और हैलोजन सहित विभिन्न प्रकार के स्टोवटॉप्स पर किया जा सकता है। ये उन्हें किचन एन्वारंमेंट्स के लिए उपयुक्त बनाता है।
अफोर्डेबल होते हैं- ऐसे बर्तन अक्सर अपने इंडक्शन कम्पेटिबल काउंटरपार्ट्स की तुलना में अधिक किफायती होते हैं। इंडक्शन कुकवेयर क्वालिटी के हिसाब से महंगे होते हैं। हर किसी के लिए इन्हें खरीदना और मेंटेन करना आसान नहीं होता है।
नॉन-इंडक्शन बर्तन कई सारे स्टाइल्स, रंग और डिजाइन में आते हैं। इतना ही नहीं, इन्हें अपने हिसाब से कस्टमाइज करवाया जा सकता है।
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कौन-से बर्तन हैं आपके लिए सही
इंडक्शन और नॉन-इंडक्शन बर्तनों के बीच क्या सही है, यह निर्णय खाना पकाने की जरूरतों, प्राथमिकताओं और बजट पर निर्भर करता है। यदि आपके पास इंडक्शन कुकटॉप है या आप इसे खरीदने पर विचार कर रहे हैं, तो इंडक्शन कम्पेटिबल बर्तनों में निवेश करना सबसे अच्छा विकल्प है।
यह भी ध्यान रखें कि इंडक्शन और नॉन-इंडक्शन दोनों बर्तन अलग-अलग फायदे प्रदान करते हैं और आपके खाना पकाने के अनुभव को अलग-अलग तरीकों से बढ़ा सकते हैं।
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