डाइजेस्टिव सिस्टम हमारे शरीर के महत्तपूर्ण हिस्सों में से एक है। यह हमारे शरीर में खाने को पचाता है और हमें एनर्जी प्रदान करता है। जी हां एक हेल्दी डाइजेस्टिव सिस्टम खाने को अच्छे से पचाकर हमें उस में से अधिकतम पोषक तत्वों को शरीर के हर हिस्से तक पहुंचाता है। परन्तु हम सबको किसी न किसी मौके पर डाइजेस्टिव सिस्टम में गड़बड़ी का अनुभव होता है। डाइजेस्टिव सिस्टम के अंदर मौजूद अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के असंतुलन से हमे ऐसा अनुभव होता है। यह संतुलन निद्रा, दवाइयां, ज्यादा मात्रा में मीठा लेना और शराब के सेवन से बिगड़ जाता है।
आयुर्वेद में डाइजेस्टिव सिस्टम को अग्नि के समान माना जाता है। डाइजेस्टिव सिस्टम को शरीर का एनर्जी स्रोत माना जाता है। शरीर में उत्पादित हर शक्ति का ईजाद इसी डाइजेस्टिव सिस्टम से ही होता है। डॉक्टर प्रमोद बाजपाई, जिन्हें आयुर्वेद और नेचुरोपैथी में ३४ साल का ज्ञान है, हमें डाइजेस्टिव सिस्टम को हमेशा हेल्दी रखने वाले 10 टिप्स के बारे में बता रहे हैं।
1. हेल्दी और एकाग्र होकर खाना
आजकल की जीवन शैली में हर इंसान एक साथ काफी काम करने का सोचता है और यही से समस्याएं शुरू होती है। आयुर्वेद हमेशा एकाग्र होकर खाने का सुझाव देता है क्योंकि ऐसा करने से हमारे ब्रेन को हमारे खाने के बारे में सही जानकारी मिलती है। हल्का, सादा खाना, सुपाच्य खाना एवं सात्त्विक खाना आपकी अग्नि को ऊर्जावान रहने में सबसे ज्यादा सहायक है।
2. अग्नि को भुजाने वाले पदार्थो से परहेज़
बुरे तरल पदार्थ आपकी अग्नि को बुझा सकते है। अधिक मात्रा में तरल पदार्थ जैसे की कोल्ड ड्रिंक्स आदि का सेवन आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को असंतुलित कर सकते है। ज्यादा सोना, ज्यादा खाना भी आपकी अग्नि का अस्तित्व मुसीबत में डालते है।
3. अपनी अग्नि को सुधारना
हम अपनी अग्नि को पहले से सुधर सकते है जिससे की वो अधिक अच्छे परिणाम दे। खाने से पहले हल्का सा टहलना अपनी अग्नि को सुधरने का एक सरल और फायदेमंद सुझाव है। सुबह उठते ही २ गिलास पानी पीना भी अपने डाइजेस्टिव सिस्टम को चरम सीमा पर रखेगा!
4. अधिक गुणों वाले फूड्स खाना
दिनचर्या में हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स खाना आपके डाइजेस्टिव सिस्टम की अग्नि को सुधार सकते है। आपके आहार में पर्याप्त मात्रा में सब्ज़ियां एवं फल होना आपके डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए आवश्यक है। इस तरह का आहार आपको पाचन में होने वाली बीमारियों से बचा सकता है।
5. रोज एक ही समय पर खाना
यह आदत अपनाने में थोड़ी मुश्किल है पर इस आदत के फायदे भरपूर है। रोज एक ही समय पर खाना आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को चरम सीमा पर रखकर उसकी उत्पादकता बढ़ाता है।
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6. सही मात्रा में पानी का सेवन
रोज सही मात्रा में पानी पीना आपके डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक होता है। पानी न केवल डाइजेस्टिव सिस्टम के अंदर मौजूद बैक्टीरिया में बैलेंस बनाये रखता है बल्कि पूरे शरीर में खाने से मिले पोषक तत्वों को पहुंचाने में सहायक रहता है।
7. ताज़ी हवा और कुछ आसन
जैसे की अग्नि को जलने के लिए हवा की जरुरत होती है, उसी प्रकार आपके डाइजेस्टिव सिस्टम की अग्नि को भी बरकरार रखने के लिए ताज़ी हवा की जरूरत होती है। सुबह घूमने जाना या फिर प्रकृति में लंबी पैदल यात्रा करने से आपको ताज़ी हवा का अनुभव हो सकता है।
8. ध्यान लगाना
अपनी फ़िक्रों और तनावों को दूर रखने का ध्यान लगाने से बेहतर उपाय शायद ही कोई होगा। हर रोज केवल 5 मिनट एकाग्रता से ध्यान लगाना आपको बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट्स दे सकता है।
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9. एक्सरसाइज महत्तवपूर्ण है
काफी समय तक एक ही जगह पर बैठकर काम करना व पढ़ना आपके शरीर के डाइजेस्टिव सिस्टम को धीमा कर देता है। आयुर्वेद हमेशा सही प्रकार की एक्सरसाइज करने की सलाह देता है जिससे आपका डाइजेस्टिव सिस्टम एवं शरीर दोनों ही उच्चतम बने रहे।
10. बॉडी को डिटॉक्स करें
आयुर्वेद डाइजेस्टिव सिस्टम को डिटॉक्स क्रिया से साफ़ रखने की सलाह भी देता है। डिटॉक्स करने की क्रिया हर एक इंसान के लिए अलग हो सकती है। डिटॉक्सीफिकेशन से आप अपनी अग्नि को एक शक्तिशाली तरीके से फिर से शुरू कर सकते है। डिटॉक्सीफिकेशन से आप अपने अंदर की प्रणाली की मरम्मत कर उसे उसकी उच्चतम उत्पादकता पर पहुंचा सकती है। डिटॉक्सीफिकेशन फलों के जूस के सेवन से लेकर पंचकर्मा थेरेपी तक की जा सकती है।
डाइजेस्टिव सिस्टम के अंदर की अग्नि हर मनुष्य को एक्टिव और एनर्जी से भरपूर रखती है। डाइजेस्टिव सिस्टम में संतुलन बनाये रखना एक हेल्दी एवं लंबी जिंदगी को बढ़ावा देता है। इसीलिए, सभी को अपनी डाइजेस्टिव सिस्टम की हेल्थ को बरकरार रखना जरुरी है।